Sunday 8 January 2017

मल्टीनेशनल कंपनियों की कार्य शैली




आज का दौर मल्टीनेशनल कम्पनीज का दौर है, आज हर यूथ जॉब करने के लिए सब से पहले मल्टीनेशनल कंपनी की ही ओर भागता है पैर ऐसा क्यों है, इसका उपयुक्त उत्तर है  मल्टीनेशनल कम्पनीज की कार्य शैली, पैसा तो आप किसी राष्ट्रीय कंपनी में भी कमा सकते है लेकिन ये कंपनिया आप को वो कार्य शैली और वो एनवायरनमेंट नहीं दे पाती और यही कारण है की आज का यूथ इनकी तरफ भागता है.

 मल्टीनेशनल कम्पनीज की कार्य शैली अलग कैसे-

१- प्रोफेशनल एनवायरनमेंट- यदि आप की मल्टीनेशनल कंपनी में प्रवेश करेगे तो आप देखेगे की वहां हर कोई प्रोफेशनल तरह से पेश आएगा, प्रोफेशनल  तररह से बात करेगा, उकना उठना बैठना खाना पीना एक प्रोफेशनल  की तरह होगा.

२- स्ट्रेस फ्री एनवायरनमेंट- मल्टीनेशनल कम्पनीज अपने एम्प्लाइज का बहुत ख्याल रखती है, उनका मानना है की जब एम्प्लोयी मानसिक रूप से स्वस्थ रहेगा तभी वो अपने काम को सही ढंग से कर सकता है, इसके लिए कंपनिया समय-समय पर स्ट्रेस मैनेजमेंट कोर्स, योग क्लासेज और कॉउंसलिंग कराती रहती है.

३-पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस- मल्टीनेशनल कम्पनीज आप को हमेशा अपनी पर्सनल लाइफ और प्रोफेशनल लाइफ में बैलेंस की आज़ादी देते है,

४- उत्साह वर्धन और रिवार्ड्स- समय समय पर एम्प्लाइज को उनके कार्य के अनुसार रिवॉर्ड और उत्साह वर्धन मिलता रहता है जिससे की एम्पलॉयज का उत्साह हमेशा बढ़ता रहता है.

५- मैनेजमेंट तक आप की पहुच- छोटे से छोटे पद पर बैठा एम्प्लोयी भी किसी भी वक़्त अपनी मैनेजमेंट तक पहुच सकता है उन तक अपनी बात पंहुचा सकता है.

६- ट्रेनिंग प्रोग्राम- मल्टीनेशनल कम्पनीज अपनी एम्प्लाइज के ट्रेनिंग का बहुत ख्याल रखती है और समय समय पर उनकी ट्रेनिंग का इंतज़ाम करती रहती है जिससे की एम्प्लोयी हमेशा अपडेट रहे.


इस के साथ- साथ कम्पनीज अपनी एम्प्लाइज के लिए इंडोर गेम्स, आउटडोर गेम्स, एम्प्लाइज आउटिंग,पार्टी आदि पर भी अच्छा पैसा खर्च करती है जिससे की उनके एम्प्लाइज हमेशा खुश रहे और उनका मानसिक विकाश भी होता रहे.

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